Wednesday, December 15, 2010

चटके शीशे के मग का रूपांतरण!

मैंने के शीशे के मग का रूपांतरण घर के कूड़े के डिब्बे का बोझ हलका किया है और साथ ही पृथ्वी को इसे गलाने (जो कि असंभव है) में लगने वाली शक्ति को भी शायद बचा लिया है..

मेरे बेटे को ज्यादा दूध पिलाने की गरज से मैंने हमेशा ही उसके लिये काँच के बड़े मग खरीदे हैं. दूसरा गिलास दूध लेने में उसे कोफ्त होती है.
बड़े मग में एक बार में ही ढेर सा दूध आ जाता है.
यह मग का जोड़ा मैंने कुछ पंद्रह वर्ष पहले खरीदा था, कुछ 8-9 वर्ष पहले यह एक चटक गया शुक्र है कि टुकड़े नहीं हुए.



ऊपर देखिये दूध से भरा जोड़े का मग जो अभी कायम है

मैंने इसे कूड़े में न फेंक कर इस का उपयोग इस प्रकार किया देखिये पहले यह पैन स्टैंड था

आजकल......
इसमें पौधा लगा है. जो वाश्बेशिन की शोभा बढ़ा रहा है...
माँ पृथ्वी को कूड़े के ढेर से बचा कर रखने का इससे उचित उपाय क्या और कुछ हो सकता है?...
आप भी ऐसा ही एक खूबसूरत मग बना लें.....
परंतु सबसे पहले अपनी काँच की चीजों को संभाल कर इस्तेमाल करें...यदि फिर भी कोई चूक होने की अवस्था में यह तरीका जरूर आजमाइये...अच्छा लगेगा...
इसके लिये आपको चाहिये---
एक पुरानी बाल्टी, कुछ दो तीन रंग की पेंट, एक लकड़ी की डंडी
विधि: 1---सबसे पहले किसी एक रंग से मग को पेंट कर दें, यहाँ गहरे नीले रंग से पेंट किया गया है. इसे अच्छी तरह सूखा लें.
2---बाल्टी में इतना पानी डालने का है कि मग उसमें डूब सके
फिर पानी में दो तीन रंगों की पेंट बूँद-बूँद कर टपका दें, पेंट गाढ़ी होनी चाहिये.
3---लकड़ी की डंडी से उसे पानी कि सतह पर अच्छे से हिला दें.
4---अब उसमें मग को डुबो कर निकाल लें.
5--- अच्छी तरह सूखा लें ...खूबसूरत मग तैयार है.
बनाएं, सजाये, सहेजें...उपयोग करें दूसरों को भी सिखाइये....
शब्बा खैर!

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