Friday, August 24, 2012

अनुनाद: विपिन चौधरी की कविताएं

my daughter and mee resting my legs on the Bamboo stool 
अनुनाद: विपिन चौधरी की कविताएं: विचित्र लेकिन बहुत सुन्‍दर है आज की, अभी की हिंदी कविता का युवा संसार....कितनी तरह की आवाज़ें हैं इसमें....कितने रंग-रूप...कितने चेहरे...अ...

Happy day!

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