Tuesday, January 31, 2012

A cup of tea

My morning cuppa   


Nowadays tea is a phenomenon and regaining its popularity as an afternoon essential, with tea shops popping up all over the place (much to my delight). You can even visit the Rural Homes in Haryana where tea is served in thali, bela...yes “merii daadi thaalii men gedaa maar kii chaay piyaa karadi”  You can see a demonstration of traditional tea makingin Haryana.
So, take the time to really indulge in your cuppa, as a rare moment in the day where you can really take a breather, empty your mind and relax.

Thursday, January 26, 2012

Irish Doily, my daughter got published in aha zindagi

Irish Crochet Doily canter

I chose this Irish  doily from  the book called Irish Crochet Lace (Revised) by Sara Hadley. You can download it free from here.
my daughter got published
 in "AHA ZINDAGI" of Dainik Bhaskar Group. Its a fortnightly prestigious fort nightly magazine


xoxo

हमारी चाल का असर, टॉप

मुझे महापुरुषों के उदगार बहुत पसंद हैं ....कितना अच्छा लगता है यदि हम किसी ऐसे उदगार को अपने
संस्कारों में पाते हैं यानि  कि हम में वह गुण हैं ....पढ़िए नीचे दिये
इसे पढने के लिये तस्वीर पर चटकाएं .....



नेचे देखिये बन्दर की कल खिंची तस्वीर......मैंने लड्डुओं के कुछ पैकेट गणतंत्र दिवस पर बांटने के लिये बाहर के आँगन में रखे थे ...हमारे बाहर धूप में बैठे हुए ही सामने के पेड़ पर बैठे बंदरों की नजर उन पर पड़ गई और वे आँगन में उतर ...पैकेट खोल उन्हें खाने लगे ...मेरी भतीजी ने उनकी तस्वीर अपने मोबाईल कैमरे में कैद कर ली, हम वहीँ बैठे रहे ...में बाहर मशीन रखे बेटी का यह टॉप सी रही थी....जो इस तस्वीर से नीचे .....





सर्दियों में बेटी की पसंद है
मक्की की रोटी और सरसों का साग .....




जिसे मैंने कल बनाया....

Shrug


  Source 





  for me just picture is enough to crochet anything...i will make one for sure...... Happy crocheting!  

Wednesday, January 25, 2012

यह देश है वीर जवानों का ....

जी हाँ बजाये जा.............यह देश है

आज हम आज़ाद हैं और अपने घर आराम से अपनी मर्जी चलते हुए रह रहे है?

परन्तु इसके लिए संघर्ष किसने किया? क्या वह इस तरह राह पाये जिस तरह हम आज रह रहे है?

सुख चैन से....आज का दिन इसलिए महत्वपूर्ण है कि आज के दिन 26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का सविधान लागू किया गया था. तब से आज तक इस दिन को गणतंत्र-दिवस के तौर पर मनाया जाता है. हमारे देश का 2वर्ष 11 महीने और 18 दिनों में 211 विशेषज्ञों ने मिलकर तैयार किया था.और 16 जनवरी 1950 को यह संविधान लागू किया गया था.यह दिन भारत देश के लिए विशेष महत्व रखता है.

इतिहास की नजर में 26 जनवरी

26 जनवरी आजादी से पहले भी देश के लिए एक अहम दिन था. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1930 के लाहौर अधिवेशन में पहली बार तिरंगे झंडे को फहराया गया था परंतु साथ-साथ एक और महत्वपूर्ण फैसला इस अधिवेशन के दौरान लिया गया. इस दिन सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया था कि प्रतिवर्ष 26 जनवरी का दिनपूर्ण स्वराज दिवसके रूप में मनाया जाएगा. इस दिन सभी स्वतंत्रता सेनानी पूर्ण स्वराज का प्रचार करेंगे. इस तरह 26 जनवरी अघोषित रूप से भारत का स्वतंत्रता दिवस बन गया था.

डा. भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में बनाया गया भारतीय संविधान 395 अनुच्छेदों और 8 अनुसूचियों के साथ दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान था जो और भी विस्तृत हो चुका है. 26 जनवरी, 1950 को संविधान के लागू होने के साथ सबसे पहले डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाउस के दरबार हाल में भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और इसके बाद राष्ट्रपति का काफिला 5 मील की दूरी पर स्थित इर्विन स्टेडियम पहुंचा जहां उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया. और तब से ही इस दिन को राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता है. किसी भी देश के नागरिक के लिए उसका संविधान उसे जीने और समाज में रहने की आजादी देता है. इस तरह गणतंत्र दिवस और संविधान की उपलब्धता काफी अधिक है.

गणतंत्र दिवस की परेड आज विश्व भर में भारत की पहचान बनकर उभरी है. गणतंत्र दिवस को भारत की शक्ति का असली परिचय मिलता है. सेना, सशस्त्र बलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सुसज्जित यह परेड आज भारत का गौरव गान करती है. गणतंत्र दिवस की परेड की खूबसूरती और उसका अहमियत को शब्दों में लिख पाना बेहद मुश्किल



भारतीय देश-भक्ति पूर्ण गीत -देखो वीर जवानों...किशोर कुमार
हैप्पी डे !!