अर्जुन उवाच |
ज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता बुद्धिर्जनार्दन |
तत्किं कर्मणि घोरे मां नियोजयसि केशव || 1||
व्यामिश्रेणेव वाक्येन बुद्धिं मोहयसीव मे |
तदेकं वद निश्चित्य येन श्रेयोऽहमाप्नुयाम् || 2||
BG.1-2: Arjun said: O Janardan, if you consider knowledge superior to action, then why do you ask me to wage this terrible war? My intellect is bewildered by your ambiguous advice. Please tell me decisively the one path by which I may attain the highest good.
activites of NGO first session.........
Coconut tree has multiple uses. Hats, mats, baskets, wall hanging, rugs, toys etc are manufactured from various parts of this tree. But, it is the shell of a coconut that is most commonly used in the art and craft world. Bowls, cups, spoons, coasters, bas, belts are formed out of the hard shell of coconut by the skilled hands of the artisans. Slowly it has found application in the fashion world and today necklace, earrings and bracelets are also manufactured by the shell. Excellent products with unique design and concepts have also been made in combination with wood, leather and metal, especially gold and silver.
बच्चों को बेकार वस्तुओं का उचित उपयोग करके उन्हें यह सब चीजें सिखाई गई और इन्हें हिंदी में लिख कर ब्लॉग किया ताकि वे बाद में भी पढ़ कर उपयोगी वस्तुएं बना सकें।
उपयोगी तोहफे बनाइए.....
आम-तौर पर हम बहुत सी चीजों को अनुपयोगी समझ कर फैंक देते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनसे भी आप कई उपयोगी चीजें बना सकती हैं१ यदि चाहें तो आज ही आप नारियल से फूलदान, पेन-स्टैंड,ऐश ट्रे, और बचचो को जनमदिवस पर चाकलेट भर कर देने के लिये आकरसक बरतन बना सकती हैं। टूटी पलेटों से गमलों के थांवरे बना सकती हैं।
फूलदान
आवश्यक सामानः नारियल, चाकू, पीलर, (सैंड- पेपर) आरी, चूङी, टूथ-पेसट का ढकन, पेच, वारनीश, रंग आदि।
बनाने की विधिः आवकतानुसार गीला अथवा सूखा नारियल, जो (चटखा न हो) लेकर चाकू की सहायता से उसका रेशा निकाल दीजिए, पीलर से अच्छी तरह छील लीजिये तथा रेगमार पेपर की सहायता से उसे खूब चिकना कर लीजिए, ताकि वानिश और रंग उस पर भली प्रकार चढ सके। आप जितना रेगमार पेपर से रगङेंगीं उसकी फिनिश उतनी ही सुनदर आयेगी।
रेशा उखाङने के बाद नारियल में आपको तीन सूराख अथवा गडढे नजर आयेंगे, उस तरफ एक चूङी रख कर पेंसिल को चू,ङी के घेरे के अंदर घुमा दीजिए। इससे नारियल पर गोलाकार निशान बन जायेगा, जिस पर कि आपको नारियल काटना है। सादा अथवा लोहा काटने वाली आरी को निशान पर रख कर धीरे-धीरे आरी चलाइए।जब निशान के सथान पर कुछ गहरा गडढा हो जाये, तो नारियल को थोङा सा घुमाइए तथा आरी चलाती जाइए, जब तक कि वह दो भागों में कट न जाये।अब उसके दोनों भागों में बीचों-बीच चाकू की नोक से घुमा-घुमा कर इतना मोटा सुराख कर लीजिए कि पेच अथवा नट-बोलट लगाये जा सकें। इस काम में यदि आपको दिकत हो, तो आप बढई से यह काम करवा सकती हैं।
अब चित्र में दिखाये अनुसार काटे गए नारियल के दोनों भागों को पेच अथवा नट बोलट की सहायता से जोङ दीजिये, दोनों के बीच में टूथ पेसट का ढकन सूराख करके लगाना ना भूलें. लीजिये आपका पैन स्टेण्ड,फूलदान, पेन्सिल स्टेण्ड,टॉफियां डालने वाली सुन्दर कटोरी- कितनी ही जरूरी चीजें बन गई।
Happy crafting!
ज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता बुद्धिर्जनार्दन |
तत्किं कर्मणि घोरे मां नियोजयसि केशव || 1||
व्यामिश्रेणेव वाक्येन बुद्धिं मोहयसीव मे |
तदेकं वद निश्चित्य येन श्रेयोऽहमाप्नुयाम् || 2||
BG.1-2: Arjun said: O Janardan, if you consider knowledge superior to action, then why do you ask me to wage this terrible war? My intellect is bewildered by your ambiguous advice. Please tell me decisively the one path by which I may attain the highest good.
activites of NGO first session.........
Coconut tree has multiple uses. Hats, mats, baskets, wall hanging, rugs, toys etc are manufactured from various parts of this tree. But, it is the shell of a coconut that is most commonly used in the art and craft world. Bowls, cups, spoons, coasters, bas, belts are formed out of the hard shell of coconut by the skilled hands of the artisans. Slowly it has found application in the fashion world and today necklace, earrings and bracelets are also manufactured by the shell. Excellent products with unique design and concepts have also been made in combination with wood, leather and metal, especially gold and silver.
बच्चों को बेकार वस्तुओं का उचित उपयोग करके उन्हें यह सब चीजें सिखाई गई और इन्हें हिंदी में लिख कर ब्लॉग किया ताकि वे बाद में भी पढ़ कर उपयोगी वस्तुएं बना सकें।
उपयोगी तोहफे बनाइए.....
आम-तौर पर हम बहुत सी चीजों को अनुपयोगी समझ कर फैंक देते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनसे भी आप कई उपयोगी चीजें बना सकती हैं१ यदि चाहें तो आज ही आप नारियल से फूलदान, पेन-स्टैंड,ऐश ट्रे, और बचचो को जनमदिवस पर चाकलेट भर कर देने के लिये आकरसक बरतन बना सकती हैं। टूटी पलेटों से गमलों के थांवरे बना सकती हैं।
फूलदान
आवश्यक सामानः नारियल, चाकू, पीलर, (सैंड- पेपर) आरी, चूङी, टूथ-पेसट का ढकन, पेच, वारनीश, रंग आदि।
बनाने की विधिः आवकतानुसार गीला अथवा सूखा नारियल, जो (चटखा न हो) लेकर चाकू की सहायता से उसका रेशा निकाल दीजिए, पीलर से अच्छी तरह छील लीजिये तथा रेगमार पेपर की सहायता से उसे खूब चिकना कर लीजिए, ताकि वानिश और रंग उस पर भली प्रकार चढ सके। आप जितना रेगमार पेपर से रगङेंगीं उसकी फिनिश उतनी ही सुनदर आयेगी।
रेशा उखाङने के बाद नारियल में आपको तीन सूराख अथवा गडढे नजर आयेंगे, उस तरफ एक चूङी रख कर पेंसिल को चू,ङी के घेरे के अंदर घुमा दीजिए। इससे नारियल पर गोलाकार निशान बन जायेगा, जिस पर कि आपको नारियल काटना है। सादा अथवा लोहा काटने वाली आरी को निशान पर रख कर धीरे-धीरे आरी चलाइए।जब निशान के सथान पर कुछ गहरा गडढा हो जाये, तो नारियल को थोङा सा घुमाइए तथा आरी चलाती जाइए, जब तक कि वह दो भागों में कट न जाये।अब उसके दोनों भागों में बीचों-बीच चाकू की नोक से घुमा-घुमा कर इतना मोटा सुराख कर लीजिए कि पेच अथवा नट-बोलट लगाये जा सकें। इस काम में यदि आपको दिकत हो, तो आप बढई से यह काम करवा सकती हैं।
Happy crafting!