सक्ता: कर्मण्यविद्वांसो यथा कुर्वन्ति भारत |
कुर्याद्विद्वांस्तथासक्तश्चिकीर्षुर्लोकसंग्रहम् || 25||
BG 3. 25: As ignorant people perform their duties with attachment to the results, O scion of Bharat, so should the wise act without attachment, for the sake of leading people on the right path.
शाम का समय था और हम मेरी भतीजी को एयर पोर्ट पर छोड़ने गए थे रास्ते में आईने में सुखद नजारों को कैद किया। कुछ दृश्य फोन के कैमरे में कैद किये।
शाम का समय यानी कि दिन छिपने का समय हो चला था 6. 54 हो गए थे मैंने डूबता सूरज को निहारा कुछ समय उसको निहारा और फिर आन्न्द के उन पलों को कैमरे में कैद किया।
कुछ महीनों पहले खुली सैनी स्वीट्स से कुछ मिठाइयां खरीदी
tere ghar ke samne
कुर्याद्विद्वांस्तथासक्तश्चिकीर्षुर्लोकसंग्रहम् || 25||
BG 3. 25: As ignorant people perform their duties with attachment to the results, O scion of Bharat, so should the wise act without attachment, for the sake of leading people on the right path.
तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
दुनिया बसाऊंगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
दुनिया बसाऊंगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
घर का बनाना कोई, आसान काम नहीं
दुनिया बसाना कोई, आसान काम नहीं
दिल में वफ़ायें हों तो, तूफ़ां किनारा है
बिजली हमारे लिये, प्यार का इशारा है
तन मन लुटाऊंगा, तेरे घर के सामने
दुनिया बसाऊंगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
IS'T ITS VERY BEAUTIFUL SONG .................दुनिया बसाना कोई, आसान काम नहीं
दिल में वफ़ायें हों तो, तूफ़ां किनारा है
बिजली हमारे लिये, प्यार का इशारा है
तन मन लुटाऊंगा, तेरे घर के सामने
दुनिया बसाऊंगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने
शाम का समय यानी कि दिन छिपने का समय हो चला था 6. 54 हो गए थे मैंने डूबता सूरज को निहारा कुछ समय उसको निहारा और फिर आन्न्द के उन पलों को कैमरे में कैद किया।
कुछ महीनों पहले खुली सैनी स्वीट्स से कुछ मिठाइयां खरीदी
tere ghar ke samne ............. |
No comments:
Post a Comment