बम-बम भोले
बम-बम लहरी,बम-बम लहरी,
तू ही नाशक,तू ही प्रहरी;
—
कैलाश के उत्तुंग शिखर,
तुम खिले पुष्प हम हुए भ्रमर,
तुम पर ही अब दृष्टि ठहरी;
बम-बम लहरी…
—
तेरा ही प्रताप है,
मिट गए सब विलाप हैं,
तुझसे भक्ति हुई गहरी…
बम-बम लहरी…
शिवजी से संबंधित अन्य लिंक ...
शुभ शिवरात्रि!
ReplyDelete