मेरे घर बालकनी के एक खाली गमले में यह पौधा लगा था ...कई बार हम अनजाने में कितनी नादानी कर जाते हैं कि मैंने सोचा दूध वाले से पूछूँगी कि यह पौधा कौन सा है...........इसे उखाड़ कर मैंने टब में रखी मिट्टी में लगा दिया था टब तक यह हरा और सुरक्षित था ...फिर मैं अगले दिन दूध वाले को दिखाने के लिए फिर उखाड़ ले गई ....."यह तुलसी है"...उसने कहा मैंने कहा तुलसी बीसियों बार लगाईं नहीं लगी...... अब कैसे उग आई अपने आप
शब्बा खैर!
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