आज से मैने लगातार पढ़ाना शुरु कर दिया है बरसात के बाद जब रैक से किताबें निकाल उन्हें बाहर धूप में रख झाड़ पोंछ शुरू की तो सोचा कि इन सब को लगातार पढ़ूँ और मंथन करूँ फालतू किताबों (किताबें फालतू नहीं कह सकते)
नवनीत (http://bharatdiscovery.org/india/) का 2003 अप्रैल अंक पढ़ा
.....करौली के कैला देवी मंदिर के बारे में जानकारी मिलीं..........मनोरम दृश्यों की मोहक स्थली --मुक्तेश्वर के बारे में जानकारी ली.कैला देवी मंदिर |
XOXO
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