देख कर पता चला कि आज अकिरा योसिज़वा (१९११ -२००५)की सौवीं जयन्ती है
आज १४ मार्च उनका जन्म दिवस है। Akira Yoshizawa जापान के एक ऐसे ओरिगामी कलाकार रहें हैं जिन्होंने कागज़ मोड़ कर आक्रतियाँ बनाने की इस कला को जिसे बच्चों का समय बिताने की कला कहा जाता था, उन्होंने इस कला को एक अलंकारिक कला में बदल दिया...
अकीराजी की ओरिगामी तितली
स्वंय मुझे भी यह कला हैरानी में डालती है और लाइब्रेरी से लाई किताब से देख कर ओरिगामी आक्रती बनाने में मुझे बहुत कठिनाई होती है ...सोफे पर बैठ आप घंटो लगा सकते हैं एक आक्रती बनाने में..ज़ब बच्चे छोटे थे मैंने बहुतों बार किताबों की सहायता से बच्चों को उनकी मनपसंद आक्रतियाँ बनाने में मदद और मार्गदर्शन किया है...
पिछले दिनों मैंने फूसिंग-tatron से आक्रति बनाने की विधी बुक-मार्क की थी जी मेरी to-do लिस्ट में है...
अकीरा २० वर्षों तक गरीबी में रहे और घर-घर जाकर सुखी मछलियाँ बेच-बेच कर अपनी जीविका चलाते रहे...फ़िर मेरे जन्म के वर्ष यानी १९५२ में जापान की एक मेग्जिन ने उन्हें जन्म की राशी के १२ चिन्ह बनाने के लिये आमंत्रित किया और उनकी कला को उस मग्जिन में छापा और उनके जूनून का फल आने लगा और उनके दिन बदलने लगे स्वंय मुझे भी यह कला हैरानी में डालती है और लाइब्रेरी से लाई किताब से देख कर ओरिगामी आक्रती बनाने में मुझे बहुत कठिनाई होती है ...सोफे पर बैठ आप घंटो लगा सकते हैं एक आक्रती बनाने में..ज़ब बच्चे छोटे थे मैंने बहुतों बार किताबों की सहायता से बच्चों को उनकी मनपसंद आक्रतियाँ बनाने में मदद और मार्गदर्शन किया है...
पिछले दिनों मैंने फूसिंग-tatron से आक्रति बनाने की विधी बुक-मार्क की थी जी मेरी to-do लिस्ट में है...
मुझे खुशी है कि उन्होंने अपनी geomatrii की समझ से कागज़ मोड़ने की इस कला को आसमान सी ऊँचाइयों पर पहुंचाया और इसे संसार भर प्रसिद्ध किया. उनके बारे मेंऔर अधिक जानने के लिये नीचे के लिंक चटकाएं..
दी न्यू योर्क टाइम्स and अकिरा योशिजावा ओरिगामी बिओग्रफ्य
पिछले दिनों दिवंगत हुई यानी फरवरी में, एक कलाकार व्हिटनी हौस्तों का एक गाना जो मुझे पसंद है...
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