Wednesday, August 15, 2012

महीना आया सावन का......


 तीन अगस्त से भाद्रपद (भादो) का महीना शुरू हो गया है. 18 अगस्त से मलमास(पुरुषोत्तम मास) शुरू हो रहा है.
इसका समापन 16 सितंबर को होगा.  भादो महीने का समापन तीस सितंबर को है. इस बार मलमास के कारण भादो दो महीने का रहेगा.यदि भादो दो नहीं होते तो सावन का महिना यही होता और शायद प्रकृति ने इसे सावन का महिना ही माना है.
पांच अगस्त से प्रदेश में शुरू हुआ बारिश का दौर लगातार जारी है रोजाना दिन में किसी भी समय या शाम को बारिश हो जाती है...


आसमान पर बादल कल सुबह

आसमान पर बादल आज सुबह


डॉक्टर मल्होत्रा कितनी कमजोर हो गई हैं दो दिन की बीमारी में ही...
भादो में दही त्याग करने का विधान है. परन्तु इस बार बरसात ज्यादा ना होने की वजह से हमने तो कम-से-कम  दही-लस्सी का त्याग नहीं किया....  .परन्तु न जाने क्यों डॉक्टर मल्होत्रा को 10 तारीख को दही से फूड poisining जरूर हो गई थीं...घर में दही ना जमाने के कारण दही बाजार से लाया गया था ...बेटा न जाने कहाँ से लक्षय डेयरी की दही ले आया था शुक्र है कि एक ही कप  लाया था जो मैंने डॉक्टर मल्होत्रा को सुबह दलिये के साथ दे दिया था और दोपहर को भी चावल राज्मा के साथ दे दिया था ....और बेचारी वे ही मरीज हो गई...

बारह्मासा में भादो


भादो में प्रतिपदा के दिन पूजा-अर्चना कर साग का दान और दही का त्याग करने का भी रिवाज रहा है जो हमने इस बार नहीं किया
दो माह का होना शुभ नहीं माना जाता परंतु....

शब्बा खैर!!!

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