Monday, December 8, 2025

Shraddhadeva Manu

वैवस्वत मनु (Shraddhadeva Manu)। "वैवस्वत" शब्द का अर्थ है 'विवस्वान (सूर्य देव) के पुत्र'। "मनु" शब्द 'मन' धातु से बना है, जिसका अर्थ विचार करना या सोचना होता है, इसलिए उन्हें पहला विचारक मनुष्य माना जाता है। सूर्यवंश से संबंध वह सूर्यवंश के दूसरे प्रमुख सदस्य हैं: उनके पिता विवस्वान (सूर्य देव) हैं, जिन्हें सूर्यवंश का मूल संस्थापक माना जाता है। उनके पुत्र राजा इक्ष्वाकु थे, जिन्होंने अयोध्या में पहले राज्य की स्थापना की। मुख्य भूमिकाएँ और कहानियाँ प्रथम मनुष्य और मानव जाति के पिता: हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वर्तमान सृष्टि चक्र (जिसे सप्तम मन्वंतर कहा जाता है) में मनु पहले मनुष्य थे। माना जाता है कि पृथ्वी पर मौजूद सभी मनुष्य उन्हीं की संतान हैं। जल प्रलय की कथा (मत्स्य अवतार): मनु से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कथा 'महाप्रलय' की है। जब एक विशाल जल प्रलय आने वाली थी, तब भगवान विष्णु ने मत्स्य (मछली) अवतार लिया और मनु को आगाह किया। भगवान मत्स्य ने मनु की नाव को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और सृष्टि के बीज बचाए। प्रलय के बाद, मनु ने नए सिरे से मानव सभ्यता की स्थापना की। धर्म और नियम के संस्थापक: मनु को धर्म और सामाजिक व्यवस्था का प्रणेता माना जाता है। हिंदू धर्म का प्रसिद्ध ग्रंथ मनुस्मृति (जिसे मानव धर्मशास्त्र भी कहते हैं) उन्हीं के उपदेशों और संहिताओं पर आधारित माना जाता है, जिसमें जीवन जीने के नियम और सामाजिक कर्तव्य बताए गए संक्षेप में, वैवस्वत मनु वह महान ऋषि और राजा हैं जिन्होंने सूर् • नाम: वैवस्वत मनु (Shraddhadeva Manu)। • अर्थ: "वैवस्वत" शब्द का अर्थ है 'विवस्वान (सूर्य देव) के पुत्र'। "मनु" शब्द 'मन' धातु से बना है, जिसका अर्थ विचार करना या सोचना होता है, इसलिए उन्हें पहला विचारक मनुष्य माना जाता है। सूर्यवंश से संबंध वह सूर्यवंश के दूसरे प्रमुख सदस्य हैं: • उनके पिता विवस्वान (सूर्य देव) हैं, जिन्हें सूर्यवंश का मूल संस्थापक माना जाता है। • उनके पुत्र राजा इक्ष्वाकु थे, जिन्होंने अयोध्या में पहले राज्य की स्थापना की। 3. मुख्य भूमिकाएँ और कहानियाँ प्रथम मनुष्य और मानव जाति के पिता: हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वर्तमान सृष्टि चक्र (जिसे सप्तम मन्वंतर कहा जाता है) में मनु पहले मनुष्य थे। माना जाता है कि पृथ्वी पर मौजूद सभी मनुष्य उन्हीं की संतान हैं। मनुस्मृति: उन्हें पारंपरिक रूप से प्राचीन भारतीय कानून और सामाजिक आचार संहिता, मनुस्मृति (Manusmriti) का लेखक माना जाता है। महाप्रलय के नायक: हिंदू पौराणिक कथाओं में, वैवस्वत मनु वह शख्सियत हैं जिन्होंने भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार की सहायता से महान जलप्रलय (महाप्रलय) से जीवन की रक्षा की थी। उन्होंने हर प्रजाति के एक जोड़े और सप्त ऋषियों को बचाने के लिए एक विशाल नाव का निर्माण किया। वर्तमान मन्वंतर के मनु: हिंदू कालगणना के अनुसार, वर्तमान युग (कल्प) में चल रहे चक्र को 'सातवां मन्वंतर' कहा जाता है, और वैवस्वत मनु ही इस वर्तमान मन्वंतर के मनु हैं, यानी वर्तमान मानव जाति के पूर्वज।

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