हम शहीदाने वफ़ा का दीनों ईमाँ और है
राम प्रसाद 'बिस्मिल' |
विपिन चौधरी द्वारा लिखा नाटक ..
सरफरोशी की तमन्ना
( क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल पर आधारित लघु नाटक )
पात्र परिचय
1 रामप्रसाद बिस्मिल
2 बिस्मिल की माताज़ी, मूली देवी
3 बिस्मिल के पिताज़ी, मुरलीधर
4 अशफाकउल्ला खाँ
.
( राम प्रसाद बिस्मिल के पिताजी और माताजी आपस मे बातें
करते हुये)
पिताजी- आज का अखबार नहीं
मिल रहा. कहीं देखा तुमने ?
मूर्ती देवी- सुबह सामने
मेज़ के नीचे रखा था मैने, वहीं पर होगा.
पिताजी- हाँ, मिल गया
वही पर है.
( अखबार को देख कर चौंकते हुए )
बिस्मिल के पिताजी-( पत्नी
मूर्ति देवी को भावुक आवाज़ मे पुकारते हुए )
बिस्मिल की माँ, आखिरकार
वह दिन आ ही गया जब हमारे बेटे की शहादत देश की काम आ सकेगी.....
शब्बा खैर!!!!!!
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