Thursday, June 14, 2012

जटरोपा का फूल, मेरा चाइना रोज़...

जटरोपा का खुबसूरत फूल..........





जटरोपा का खुबसूरत फूल!
जटरोपा का खुबसूरत फूल!

आज मैंने अपने चाइना रोज़  का नया नाम जाना 

गुडहल (shoe flower)

गुडहल को जबाकुसुम भी कहते हैं . अंग्रेजी में इसे .........
गुडहल को जबाकुसुम भी कहते हैं . अंग्रेजी में इसे shoe flower या china rose भी कहते हैं . यह केशों के रोग दूर करता है . सिर में रूसी , गंजापन हो या फिर बाल झड़ते हों तो इसकी 10-15 पत्तियां और फूल लेकर कूट लें . इनको 100 ग्राम नारियल के तेल में धीमी आंच पर पकाएं . जब केवल तेल रह जाए तो शीशी में भरकर रख दें . इसे रोज़ बालों में लगायें . अगर ल्यूकोरिया है , प्रमेह है या मूत्रदाह की बीमारी है तो , इसके तीन फूलों की डंडी हटाकर फूल चूसें या चबाएं और ऊपर से पानी पी लें .  यह सवेरे खाली पेट करें .

चाइना रोज़   
          इसे घर में अवश्य लगाना चाहिए . यह वास्तुदोष को भी दूर करता है .
                    मुंह में छाला हो गया है तो , इसकी तीन चार पत्तियों को चबाकर मुंह की लार थूक दें या फिर निगल भी सकते हैं . यह पेट के लिए भी अच्छा है . अल्सर या colitis होने पर इसकी चार -पांच पत्तियों को पीसकर शरबत बनाकर पीयें . यह घावों को भरने में भी मददगार है और विष को भी दूर करता है


                 


अनीमिया में इसके फूल पत्तों को सुखाकर पावडर भी ले सकते हैं . इसके फूलों में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर मसलकर कांच के बर्तन में रख दें . कुछ दिन धुप दिखा दें . इस गुडहल के गुलकंद का प्रतिदिन सेवन करने से ताकत मिलती है . गर्मी में इसका शर्बत पीयें . खांसी हो या खांसी के कारण कमजोरी हो तो इसकी 5-10 ग्राम जड़ को 400 gm पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और पीयें .


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