पिछले कई दिनों से मेरे घर में रिनोवेशन का काम चल रहा है. मैंने ढेरों पोली बैग इकट्ठे कर लिए थे, चाहे वे टाइल, ग्राउट, सफेद सीमेंट, पेंट, ब्रश, पुट्टी, प्लास्टर ऑफ पेरिस,या प्लम्बिंग के समान की पैकिंग के साथ आये हों. और फिर बरसात ने भी इन्हीं दिनों आना था. पिछले दिनों लगातार बरसात के आते ही मैंने झट सभी पोली-बैग निकाल उनका प्लार्न यानी पोली-बैग-यार्न बना डाला.
मुझे इस प्लार्न की 1 /2 इंच की पट्टियाँ बनानी पड़ी. फिर दो-दो पट्टियाँ इकट्ठी ले कर चोटी की रस्सी के रूप में इन्हें चोटी की तरह गूंथती चली गई. और इस तरह बनी रस्सी के 10 इंच के टुकड़े को सीधा कर इसके चारों और बाकी रस्सी को बड़ी सुई और नायलॉन के धागे से अंडाकार जोड़ती चली गई. मैंने चोटी की इस रस्सी को आड़ा जोड़ा ताकि मैट में सिलवटों की अथवा इसमें बल पड़ने की कोई गुंजाइश ना रहे,
यह मैट बरसात में कीचड़ से सने जूतों को पोंछने के लिए अति उत्तम है.
यह प्लार्न थोड़ी सख्त होने की वजह से इस पर जूते अच्छे से साफ़ हो जाते हैं और फिर शाम को इसे मैं बाल्टी भरे पानी में अच्छे से खंगाल देती हूँ और रात भर के लिये टाँग देती हूँ. पोली बैग यार्न होने की वजह से इसमें नमी के रह जाने और किसी जीवाणु के पनपने की कोई गुंजाइश नहीं रहती.
इसे मैंने बिना कोई पैसा खर्च किए बना लिया.
यदि आप अपनी धरती माँ को कुङाघर बनाने से बचाना चाहते हैं और अपने वातावरण को दूषित होने से बचाना चाहते हैं तो कृपया किसी भी पोली बैग को कूड़ा समझ मत फेंको इसे नष्ट होने में 500-से 1000 वर्ष तक लग सकते हैं.
xoxo
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