.पिछले महीने बेटी घर आई हुई थी उसने इस पोल्का डॉट महीन कपड़े के टुकड़े को बहुत पसंद किया जिसे मैंने अपने कपड़े इक्क्त्थे करने की गरज से इकट्ठा किया था ...और बेटी की यह ख्वाहिश भी थी कि मैं इसे क्रोशिये से भी सुसज्जित करूँ
उसने बताया कि मम्मी दिल्ली में बहुत सुंदर-सुंदर क्रोशिये से बने टोप थे ...मैंने भी पढा था कि यहाँ भी क्रोशिये का क्रे़ज बढ़ रहा है ....देखिये इस साइट को क्लिक कर
और फिर मैंने शुरू कर दिया अपना कम मेरे पास कपड़ेकी डॉट से मिलता धागा था जो मैंने पिछले साल खरीदा था फिर क्या था मैंने उस छोटे से कपड़े के टुकड़े को टोप का रुप दे दिया ...महिन काम था परंतु सुंदर बना...
गले और बाँह की कटाई पर क्रोशिया |
नीचे क्रोशिया |
क्लोज-अप |
क्रोशिये के बटन |
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